''उद्देश्य ''
- हिन्दी साहित्य की विविध विधाओं जैसे- कविता, कहानी, उपन्यास, नाटक, निबन्ध आदि की उच्चस्तरीय रचनाओं और नव लेखन को बढ़ावा देना तथा उपलब्ध साहित्य को जन साधारण के सामने प्रस्तुत करना।
- विविध भारतीय ललित कलाओं एवम् संगीत को प्रोत्साहित करना।
- राष्ट्र भाषा हिन्दी के गौरव के लिए प्रयास करना।
- हिन्दी को शिक्षण और बोलचाल के क्षेत्र में लोकप्रिय बनाना।
- हिन्दी को रोजी-रोटी प्राप्त करने की भाषा बनाना तथा सब तरह के कारोबार में इसके प्रयोग को बढ़ावा देना।
- भारत की एकता के लिए हिन्दी की सेवा करना।
हम हिन्दी के लिए क्या कर सकते हैं :-
- हिन्दी को देश-विदेश में राष्ट्रभाषा का पूर्ण सम्मान दें।
- हम परस्पर हिन्दी बोलें, सीखें और पढ़ें।
- अपने गाँव, कॉलौनी एवं शहर में हिन्दी साहित्य की विभिन्न विधाओं जैसे- निबन्ध, कहानी, नाटक, कविता, वाद-विवाद आदि को प्रोत्साहन एवं योगदान दें।
- अपने कारोबार में हिन्दी भाषा को सम्मान और स्थान दें।
- साहित्यिक आयोजनों में भाग लें एवं सहयोग दें।
- हिन्दी शिक्षकों, लेखकों, कवियों, रचनाकारों, कलाकारों को प्रोत्साहित करें।
- हिन्दी पुस्तकों की प्रदर्शनी-वाचनालय, मुद्रण, विक्रय को बढ़ावा दें।
- विश्व के उत्कृष्ट साहित्य का अनुवाद हिन्दी में हो सके एवम् हिन्दी के साहित्य का अनुवाद भारतीय एवम् विदेशी भाषा में कराने का सहयोग करें।
- आपके सहयोग, सुझाव एवं योगदान के लिए हम सदैव कृतज्ञ रहेंगे।
शुरूआत अपने घर से करें :-
- अपने परिवार में हिन्दी के ज्ञान को समृद्ध करें।
- बच्चों में हिन्दी के प्रति सम्मान और जिज्ञासा पैदा करें।
- बच्चों के विद्यालय की हिन्दी गतिविधियों में सहयोग दें।
- हिन्दी की पत्र-पत्रिकाओं और संस्थाओं से जुडें।
आपके सहयोग, सुझाव एवं योगदान के लिए सदैव कृतज्ञ रहेंगे।