पाठशाला और सिलाई केन्द्र में मनाई दीपावली

लोग अपनी संस्कृति को पहचानें और उसका सम्मान करें। परंपराओं को मात्र अंधानुकारण की भांति न अपनाएं। इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए शब्दम् ने बुराई पर अच्छाई की जीत के महान पर्व दीपावली को सादगी से बालिका पाठशाला और सिलाई प्रशिक्षण केन्द्र की छात्राओं के साथ मनाया।

सर्वप्रथम छात्राओं को दीपावली की शुभकामनाएं दी गईं। इसके उपरांत उन्हें दीपावली का महत्व बताया गया। दीपावली का पर्व भगवान राम के महान चरित्र से प्रेरणा ग्रहण करने के लिए मनाया जाता है। श्रीराम ने सत्य बोलने, कर्तव्य का निर्वाह करने, ईमानदारी से वचन का पालन करने और चरित्र की पवित्रता को बनाये रखने का संदेश दिया है। इस पर्व पर हमें यह संदेश अपने जीवन में धारण करने का संकल्प लेना चाहिए। उन्हें लगन और मेहनत से पढ़ने की नसीहत दी गई।

दीपावली के महत्व के संबंध में लिखवाये गये बिन्दुओं को भी पूछा गया एवं पटाखों से होने वाली हानियों के बारे में बताया।

मासिक परीक्षा में प्रथम स्थान एवं द्वितीय स्थान पर आने वाली छह बालिकाओं/महिलाओं को प्रेरक कहानी की एक पुस्तक, एक नोटबुक, एक पेंसिल, एक कटर एवं एक रबर प्रदान की गई। अन्य सभी को नोटबुक, पेंसिल, रबर और कटर प्रदान किया गया। सिलाई प्रशिक्षण केन्द्र में बालिकाओं ने रंगोली सजाई और बंदनबार बनाकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। दोनों ही स्थान पर दीपावली मिष्ठान वितरित किया गया।

छात्राओं द्वारा बनाई गई बन्दनवार

छात्राओं द्वारा बनाए गए दीप

बनाए गए दीपों को प्रदर्शित करते हुए छात्राएं

छात्राओं द्वारा बनाई गई रंगोली


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