संस्कृति एवं प्रकृति के अंतर्गत ‘बहन बचाओ’ गोष्ठी का आयोजन
दिनांक- 29.07.2014
स्थान- संस्कृति भवन, हिन्द परिसर, शिकोहाबाद।
पर्यावरण मित्र एवं शब्दम् के सयुक्त तत्वाधान में संस्कृति एवं प्रकृति के अंतर्गत हिन्द लैम्पस् स्थित संस्कृति भवन में बहन बचाओ गोष्ठी का आयोजन किया। इसमें विद्यालयों-महाविद्यालयों के बुद्धिजीवी अध्यापकगण एवं अन्य गणमान्य नागरिकों ने भाग लिया।
श्रीमती किरण बजाज ने अपने संदेश में कहा कि ‘‘संस्कृति और प्रकृति एक दूसरे के पूरक है एवं एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। एक-दूसरे की रक्षा से ही मानवता की रक्षा होगी।
उन्होंन कहा कि महिलाओं में समाज में उचित स्थान देने के लिए हम सभी को मिलकर कार्य करना होगा और इस श्रृंखला में निम्नाकिंत बिन्दुओं पर कार्य करना होगा।
1) बहन सशक्त कैसे हो?
2) बहन सुरक्षित कैसे हो?
3) बहन के अधिकारों की रक्षा कैसे हो?
4) बहन कुरीतियों से कैसे बचे?
5) राष्ट्रनिर्माण में बहन की भूमिका कैसे दृढ़ हो?
अब समय इस चिंतन को तेजी से सक्रिय करने का है और यह तभी हो सकता है कि भावी पीढी को निरन्तर सही दिशा के लिए प्रेरित करें एवं पूर्ण रूप से सहयोग दें।
जब भाई और बहन को हर जगह समान अवसर, सहयोग और अधिकार मिलेंगे तभी हमारे परिवार, समाज और राष्ट्र की उन्नति होगी। हमें अभिवावकों को भी प्रेरित करने की आवश्यकता है जिससे हमारा आन्दोलन परिवार से शुरू होकर आगे बढे।
मैं यह चाहूंगी कि हम सब मिलकर फिरोजाबाद जिले में बहन बचाओ अभियान की ऐसी अलख जगाएं कि पूरे भारत में यह रोशनी फैल जाए और हमारी हर बहन, बेटी भारत का भविष्य उज्जवल करने में सहायक हो।’’ कार्यक्रम अध्यक्ष डा. रजनी यादव ने कहा कि ‘‘हम सभी घोषणा पत्र वाले बिन्दुओं को क्रियान्वत करने में अपनी पूर्ण भूमिका अदा करेंगे। यह समय की मांग है कि हम स्कूल से सकारात्मक कदम उठाएं।’’
आदर्श कृष्ण महाविद्यालय के प्राचार्य आर.के सिंह ने कहा कि ‘‘हम सभी कृत संकल्पित है और इन मुद्दों पर बहन बेटी की सुरक्षाओं को लेकर लगातार अपने महाविद्यालय के छात्र/छात्राओं के मध्य काउसलिंग कर रहे हैं। भूगर्भशास्त्री डा. राजन सिंह, आदर्श कृष्णमहाविद्यालय के प्रो.कप्तान सिंह, यंग स्कॉलर्स अकेडमी ज्ञानेन्द्र यादव, ब्राइट स्कॉलर्स अकेड़मी के पीयूष तिवारी, यूरो किड्स, गायत्री शक्ति पीठ के रविन्द्र शर्मा, लार्ड कृष्णा पब्लिक स्कूल से आयीं अध्यापिकाओं ने कहा कि जहां तक बहन बचाओ आन्दोलन की बात चल रही है हम इस दिशा में क्या कार्य कर सकते हैं संसद एवं विधान सभा में भी चर्चाएं हो रही फिर भी यह दिशा और दशा सुधर नहीं रही है। महिलाओं के प्रति हमें अपनी भावना को बदलना होगा और उनके प्रति अपनी सम्यक् दृष्टि अपनानी होगी। सरस्वती विद्या मन्दिर के प्रधानाचार्य अशोक कुमार ने कहा कि ‘‘ किशोरावस्था में छात्र-छात्राएं इण्टरनेट के दुरपयोग से प्रभावित हो रहे हैं और इससे उनके बिगड़ने का खतरा बढता जा रहा है जो चिन्ता का विषय है। इण्टरनेट का दुरपयोग न हो इसलिए हमें उन्हें परामर्श देते रहने की आवश्यकता है।
विचार गोष्ठी में एक सयुक्त घोषणा पत्र तैयार किया गया जिन बिन्दुओं पर शैक्षिणिक संस्थाएं कार्य करेंगी।
1) शिक्षक अभिवावक समिति का निर्माण।
2) मातृशक्ति सम्मेलनों का क्रियान्वयन।
3) बालिका सशक्तिकरण समितियों का निर्माण।
4) लड़कियों का सशक्तिकरण।
5) जूडो-कराटे इत्यादि का प्रशिक्षण।
6) संस्कारों एव नैतिक मूल्यों की शिक्षा।
7) इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से निपटने के लिए ठोस उपाय।
8) पाठ्यक्रमों के आधार पर समय-समय पर विचार गोष्ठी।
9) लड़के-लड़कियों की काउसिलिंग।
10) शालीन विद्यार्थियों को प्रोत्साहन के लिए अंक।
अरविन्द तिवारी द्वारा अध्यक्ष का संदेश।
श्री अशोक कुमार प्रधानाचार्य सरस्वती विद्यामन्दिर अपने विचार प्रकट करते हुये।
बहन बचाओ पर विचार व्यक्त करते शिक्षक।
कार्यक्रम में प्रतिभागी शिक्षकगण एवं अन्य।
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