कार्यक्रम - महिला दिवस
दिनांक : 08 मार्च 2014
स्थान : कल्पतरू
समय आ गया है कि सिर्फ महिला दिवस मना लेने से काम नहीं चलेगा। हमें देखना होगा, महिलाओं पर अन्याय अत्याचार क्यों हो रहे हैं। मेरी मान्यता यह कि इसका मुख्य कारण जीवन मूल्यों का अमूल्यन और घोर भ्रष्टाचार और शासन का पतन है। प्रत्येक परिवार अगर जन्म से ही हर बालिका को समान अवसर और अधिकार दे तो कोई मुश्किल ही नहीं आयेगी। जब माँ-बाप ही उसे उसका जन्मसिद्ध सम्पूर्ण अधिकार नहीं देगें तो दूसरों से अपेक्षा फिजूल है फिर सामाजिक कुरूतियों से महिलाओं को बचाना होगा। अगर लड़की अपने पैरों पर खड़ी होगी तो विवाह सम्बन्धी अत्याचार नहीं होंगे। इसकारण महिलाओं के मूल मुद्दों पर विचार कर, सुधार की अत्यन्त आवश्यकता है तभी आधी आबादी, सशक्त बनेगी तो देश मजबूत बनेगा।
महिला दिवस पर शब्दम् अध्यक्ष द्वारा सम्मानित महिलाओं का समूह छायांकन
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