कार्यक्रम - युवा काव्य सम्मेलन
दिनांक- 12 दिसम्बर 2019
स्थान- संस्कृभि भवन, हिन्दलैम्प्स परिसर, शिकोहाबाद।
शब्दम् के मंच पर युवा विद्यार्थियों ने बिखेरी अपनी प्रतिभा
शब्दम् के युवा काव्य सम्मेलन में चैदह विद्यालयों के 700 से अधिक विद्यार्थी उपस्थित
शब्दम् के मंच से पैतालीस कवि छात्र-छात्राओं ने किया काव्य पाठ
विद्यार्थियों में कविता के संस्कार रोपित करने के उद्देश्य से शब्दम् द्वारा युवा काव्य सम्मेलन का आयोजन किया गया।
इस आयोजन में शिकोहाबाद नगर के चैदह विद्यालयों के लगभग सात सौ विद्यार्थी उपस्थित रहे। कुल पैतालीस विद्यार्थियों ने मंच से अपनी स्वरचित कविता सुनाई। शब्दम् सलाहकार समिति के वरिष्ठ सदस्य डा. महेश आलोक एवं अरिवन्द तिवारी ने विद्यालय से आये हुए सभी युवा कवियों को सुना, उनमें से चयनित एवं मानकों के अनुरूप पाए गए पैतालीस विद्यार्थियों को मंच से अपनी कविता सुनाने का अवसर प्र्राप्त हुआ।
बच्चों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी व कार्यक्रम में उपस्थित कई वरिष्ठ कवियों को बार-बार ताली बजाने पर मजबूर किया। कवि छात्र स्वप्निल जैन ने सुनाया ‘काश दुनिया भी ऐसी होती जहां हर जुबान पर सिर्फ मिठास होती...’, द एशियन स्कूल से आयी छात्रा ने सुनाया ‘हे बापू फिर से आ जाओ, भारत देश बचा लो..’, रामशरण विद्या निकेतन से भूमि शर्मा ने सुनाया कि ‘है मजाल ले जाए एक इंच भी तू मेरी सरहद का, एक हिन्दु हूं और साथ में मुसलमान लिये बैठा हूं कि देश की दुआओं का एक तूफान लिये बैठा हूं....’ इसीप्रकार अन्य छात्र-छात्राओं ने अपनी प्रस्तुति से उपस्थित श्रोताओं को ताली बजाने पर मजबूर कर दिया।
इस अवसर पर शब्दम् अध्यक्ष किरण बजाज ने मुम्बई से भेजे अपने संदेश में कहा कि प्यारे छात्रगण, मैं आप लोगों से आग्रह करूंगी कि अच्छी कविता, साहित्य पढ़े, सुने गोष्ठियां करें, चर्चा करें। कुछ भाषा और वर्तनी की गलती हो भी पर कविता मौलिक और सच्चे ह्रदय से निकलनी चाहिए और कभी किसी की नकल नहीं करनी चाहिए। मैं आप लोगों से अनुरोध करूंगी कि रोज अच्छी पुस्तक पढें, अच्छा लिखें, इंटरने के माध्यम से अच्छे कवियों को सुनें, कविता-गीत गायें, प्रतियोगिता करें, अंताक्षरी खेलें, कविता याद करें तब आप देखेंगे आपके लेखन में कितनी मजबूती आती है। बच्चो कविता को बनाना नहीं पढ़ता जो अपने आप ह्रदयस्पंदन और अनुभूतियों को सरल शब्दों में उतार दें वही कविता है। मेरी जो बात अच्छी लगे उसे जीवन में ग्रहण करें।
काव्य पाठ करते विद्यार्थीगण
काव्य पाठ करते विद्यार्थीगण
काव्य पाठ करते विद्यार्थीगण
काव्य पाठ करते विद्यार्थीगण
विद्यार्थियों की उपस्थिति में अपनी कविता प्रस्तुत करतीं छात्रा।
विद्यार्थियों को पुरस्कृत करते अतिथिगण।
समूह छायांकन।