कार्यक्रम- उच्चस्तरीय ग्रीष्मकालीन शिविर

दिनांक- 21 मई से 30 मई 2017

स्थान- - हिन्द लैम्प्स परिसर स्थित संस्कृति भवन।

शिक्षक- - श्री मंजर उल-वासै, श्रीमती मधु शुक्ला, नेहा यादव, श्रीमती गरिमा शुक्ला,

शब्दम् ने उच्चस्तरीय ग्रीष्मकालीन शिविर में 60 से अधिक छात्राओं को सिलाई कला, सौन्दर्यीकरण, पाककला, नृत्य के साथ-साथ कुकिंग में प्रयोग आने वाले उत्पादों की जानकारी तथा महिलाओं को कानूनी जानकारियाँ भी दीं। शब्दम् का उद्देश्य इन कलाओं के माध्यम से महिलाओं को स्वावलम्बी और जागरूक बनाना था। अंतिम दिन सभी छात्राओं ने अपनी रंगारंग प्रस्तुति दी। रंगारंग कार्यक्रम के अंतर्गत समर कैम्प के दौरान सीखे हुए बैग के साथ कैटवाॅक, विभिन्न प्रकार के केश सज्जा को कैटवाॅक के माध्यम से प्रस्तुत करना तथा छात्राओं ने एकल और ग्रुप में नृत्य प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन भी समर कैम्प की दो छात्राएं दीपिका यादव एवं कीर्ति शुक्ला ने किया। कार्यक्रम के अंत में कानपुर से पधारीं कथ़क नृत्यांगना नेहा यादव ने अपनी प्रस्तुति दी। कुल मिलाकर उच्चस्तरीय ग्रीष्मकालीन शिविर सफल रहा।

बीच-बीच में छात्राओं ने मंच से अपनी भावनाएं व्यक्त कीं जिनमें से कुछ निम्न हैं।

आज मैं बहुत खुश हूँ मेरे परिवार में कोई भी नहीं है और अपने तीन बच्चों का गुजारा मैं स्वयं चलाती हूँ। मैंने समर कैम्प केवल ब्यूटीशियन के लिए ज्वाइन किया था पर इसमें शब्दम् ने जो आंतरिक कलाओं का विकास किया वह मेरी जैसी महिला के लिए बहुत अद्भुत है। मैंने कल रात 9ः00 बजे तक जागकर अपनी बेटी के लिए यह फ्राॅक बनाई है। यह कहते हुए संगीता शर्मा के आँखों में आंसू आ गये। भावुक अंदाज में संगीता शर्मा ने बताया कि वह सिलाई कला के माध्यम से अब अपने परिवार का गुजारा कर सकती है।

पूनम बघेल जिनके पिता जी ने सन्यास ले लिया उन्होंने बताया कि किसप्रकार उन्हांेने जिन्दगी में एक-एक रूपये का संघर्ष देखा है। उन्हें इस कैम्प से यह आत्मबल मिल गया है कि जिन्दगी के संघर्षों का सामना एक नारी अकेले भी कर सकती है। इसपर मंजर उल-वासै ने उठकर इस बेटी को आशीर्वाद दिया और कहा कि बेटी शब्दम् आपके साथ हमेशा है।

श्रीमती राखी ने कहा कि मुझे बताया गया कि समर कैम्प में बैग सिखाने का चयन इस लिए किया गया है कि हम हम लोग बैग बनाने के बाद हर सामान बैग में लाएं और पाॅलीथिन का प्रयोग न करें। मैं संकल्प लेती हूँ कि आगे से कभी पाॅलीथिन का प्रयोग नहीं करूँगी।

इसप्रकार की अनेक छात्राओं ने अपनी-अपनी भावनाएँ व्यक्त कीं।

फोटो परिचय-

सिलाई प्रशिक्षण देतीं शिक्षिका।

ब्यूटीशियन का प्रशिक्षण देतीं शिक्षिका।

समर कैम्प में अखबार की कटिंग पर कपड़ा काटना सीखतीं छात्राएँ।

समर कैम्प में रंगारंग कार्यक्रम में नृत्य की प्रस्तुति देतीं छात्राएँ।

नृत्य की प्रस्तुति देतीं बालिकाएँ।

समर कैम्प के दौरान, स्वयं द्वारा बनाए गए बैगों के साथ छात्राएँ।

प्रमाण पत्र के साथ विद्यार्थी।

जूसर मिक्सर ग्रांडर का प्रशिक्षण लेतीं छात्राएँ।

जूसर मिक्सर ग्राडर के बारे में जानकारी देते बजाज इलेक्ट्रीकल्स के अधिकारी नीरज पाठक।

 

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